इंडिया न्यूज़, Dhar (Madhya Pradesh) News : सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें मध्य प्रदेश के धार जिले में पहुंचीं। जहां करम नदी पर एक निर्माणाधीन बांध की दीवार टूटने से खतरा बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के दो हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
सरकार ने कहा कि इसकी दीवार पर दबाव कम करने के लिए जलाशय से पानी सुरक्षित रूप से निकाला जा रहा है। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे बांध से पानी के रिसाव की सूचना मिली थी। अधिकारियों ने कहा कि बांध का जलाशय इस मानसून में पहली बार पानी से भर रहा था क्योंकि यह निर्माणाधीन था।
उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर धार जिले के 12 गांवों और खरगोन जिले के छह गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।जमकारी के मुताबिक, राज्य के जल संसाधन मंत्री ने एक बयान जारी कर कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना का एक दल धार पहुंच गया है और एनडीआरएफ भी काम पर लग गया है।
उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और जलाशय की दीवारों पर दबाव कम करने के लिए बांध से पानी सुरक्षित रूप से निकाला जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि बांध पर 304 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। जिसमें से अब तक 174 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
भोपाल के साथ-साथ गुजरात के वडोदरा सूरत से इंजीनियरों और एनडीआरएफ की तीन टीमों सहित लगभग 200 सेना के जवान धार पहुंच गए हैं। प्रत्येक टीम में लगभग 30 से 35 सदस्य होते हैं। उनके अलावा, राज्य आपदा इमरजेंसी प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) के आठ समूह धार में काम कर रहे हैं, उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि 590 मीटर लंबे और 52 मीटर ऊंचे बांध मध्यम स्तर की सिंचाई परियोजना के जलाशय में 15 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी है।
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