इंडिया न्यूज़, Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के लगभग दो राजस्व अधिकारी बाढ़ की नदी में बह गए और उनमें से एक का शव लगभग एक सप्ताह बाद 350 किलोमीटर दूर पाया गया। एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को कहा। उन्होंने बताया कि घटना के नौ दिन बाद परिवार के सदस्यों ने शव की पहचान की।
जानकारी के अनुसार, 15 अगस्त को तहसीलदार नरेंद्र सिंह ठाकुर और पटवारी महेंद्र सिंह रजक एक पार्टी से लौट रहे थे। जब वे सीहोर में उफनती सीवान नदी में बह गए। बड़ौदा थाना प्रभारी ने बताया कि रजक का शव उसी दिन नदी से कुछ दूरी पर मिला था। लेकिन तहसीलदार तब से लापता थे।
उन्होंने बताया कि 21 अगस्त को करीब 350 किलोमीटर दूर श्योपुर जिले में बड़ौदा थाना क्षेत्र के पार्वती नदी में एक शव मिला था। जानकारी के अनुसार, सूचना मिलने के बाद ठाकुर के परिजन श्योपुर पहुंचे और जिला पुलिस से संपर्क किया। शव को निकाला गया। अधिकारी ने कहा कि ठाकुर के बेटे और बेटी ने मृतक की पहचान अपने पिता के रूप में की।
आवश्यक औपचारिकताओं के बाद। शव को अंतिम संस्कार के लिए ठाकुर के परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया। जानकारी के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि श्योपुर पुलिस केस डायरी को आगे की जांच के लिए सीहोर के मंडी पुलिस थाने भेजेगी क्योंकि वहां गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
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