इंडिया न्यूज़, Bhopal News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में एक निजी स्कूल बस में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म को लेकर एक बैठक बुलाई। जानकारी के मुताबिक “सीएम चौहान ने एक ट्वीट में कहा। भोपाल में एक निजी स्कूल की बस में बेटी के साथ दुव्र्यवहार विश्वास को झकझोर देने वाली घटना है। दोषी चालक, महिला सहायिका के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में आवश्यक निर्देश दिए गए।
जानकारी के मुताबिक, बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिस विश्वास के साथ माता-पिता अपने बच्चे को स्कूल भेजते हैं। उसे बनाए रखना स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “यह स्कूल की जिम्मेदारी है कि यहां स्कूल बस चलाने वाले स्टाफ का सत्यापन किया जाए। हम बच्चों को शिकारियों के हाथ में नहीं छोड़ सकते।”
जनकती के मुताबिक, उन्होंने सीसीटीवी कैमरों पर नजर रखने और यह सुनिश्चित करने की स्कूल की जिम्मेदारी पर जोर दिया कि वे क्यों काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावशाली लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने का संदेश समाज में नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दृढ़ विश्वास होना चाहिए कि सरकार बनी तो अपराधी नहीं भागेंगे। तय समय में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि प्रबंधन भी अपनी जिम्मेदारी समझे।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि भोपाल में सभी स्कूल बसों के चालकों की जाँच कि जाये और जिन पर अपराध का रिकार्ड है और दोषी व्यक्ति हैं उन्हें काम पर नहीं रखा जाये। मुख्यमंत्री ने कहा, “अपने कर्मचारियों के प्रशिक्षण और कानूनी प्रावधान के संबंध में कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए।
जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि यौन अपराधों के खिलाफ बच्चों के संरक्षणअधिनियम के प्रावधानों के बारे में जागरूकता और जानकारी पर केंद्रित प्रशिक्षण भी माता-पिता के लिए आयोजित किया जाना चाहिए। साथ ही सरकारी और निजी दोनों स्कूलों के बच्चे। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस विषय पर माता-पिता और समाज के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करना चाहिए।
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