मध्यप्रदेश के दमोह जिले में जिंदल कंपनी में काम करने वाले सुपरवाइजर का शव पेड़ से लटका मिलने पर हड़कंप मच गया। परिजनों ने ठेकेदार पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उस पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने मामले में जांच करने की बात कही।
जानकारी के अनुसार मामला दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के हिनौती खेत सिंह गांव का है। बताया गया कि गांव में रहने वाले घनश्याम पिता दस्सू अहिरवार जिंदल कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे। सोमवार को उनका शव बालाकोट गांव में जंगल में एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला है। सूचना मिलने पर इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव उतारा और पीएम के लिए भिजवाया। घनश्याम के परिजनों का आरोप है कि जिंदल कंपनी का ठेकेदार लगातार परेशान कर रहा था। उसने ही हत्या की है। मामले की सूचना के बाद दलित समाज के सैकड़ों लोग अस्पताल चौराहे पहुंच गए और शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। उनकी मांग है कि आरोपी ठेकेदार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
परिजन कोमल अहिरवार का कहना है कि मृतक घनश्याम अहिरवार की हत्या की गई है और उसके बाद पेड़ पर लटकाया गया है। जिंदल कंपनी में रीवा का एक ठेकेदार घनश्याम का जातिगत आधार पर अपमान करता था। लगातार प्रताड़ना के बाद दो दिन से उसे घर भी आने नहीं दिया गया और रात में उसकी हत्या करके फंदे से लटका दिया।
मृतक के पिता दस्सू अहिरवाल का कहना है कि दो दिन पहले उनके बेटे का फोन आया था। तब उसने बताया कि रीवा का ठेकेदार राहुल उसे परेशान कर रहा है। रात में खुले आसमान के नीचे ठंड में बाहर सुलाता है और अलग खाना बनाने के लिए कहता है। उसका कहना है कि तुम दलित हो इसलिए सबसे दूर रहो। मृतक के पिता का कहना है कि आज सुबह जब मैं ठेकेदार के पास अपने बेटे को खोजते हुए पहुंचा, तो ठेकेदार ने कहा कि उसे नहीं पता कि बेटा कहां गया है। कुछ देर बाद खबर मिली के पास के जंगल में बेटे का शव फंदे से लटका है। उसे कई चोट के निशान हैं, इसलिए यह साफ है कि उनके बेटे की हत्या ठेकेदार ने की है।
प्रभारी सीएसपी भावना दांगी का कहना है कि इस मामले में फिलहाल मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। दलित समाज के लोग इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कराना चाहते हैं, जो जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।