इंडिया न्यूज, छतरपुर ( Chhatarpur -Madhya Pradesh)
MP: मध्य प्रदेश के छतरपुर से स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो बड़ी लापरवाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं। जहां महिला नसबंदी ऑपरेशन से पहले मरीजों को एनेस्थीसिया के इंजेक्शन दिए गए। लेकिन ऑपरेशन करने वाली महिला डॉक्टर घंटो तक इंतजार के बाद ऑपरेशन करनेे पहुंची।
इतना ही नहीं इस ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य स्टाफ ने बिना डॉक्टर की उपस्थिति में ऑपरेशन के पहले मरीजों को एनेस्थीसिया इंजेक्शन दे दिए। साथ ही वहीं जब महिलाओं को वार्ड में वील चेयर से ले जाया जा रहा था। तब महिला को चेयर से गोद में उठाकर ले जाना पड़ रहा है।
जब इस मुद्दे पर जिला अस्पताल प्रबंधन से बात की, तो आला अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते नजर आए। उनका कहना था कि जिला अस्पताल में स्ट्रेचर की पर्याप्त व्यवस्था है, उसी से मरीजों को वार्डो में शिफ्ट किया जाता है। दूसरी तरफ जब इंजेक्शन ऑपरेशन के पहले लगाए जाने को लेकर सवाल किया गया। तब उन्होंने कहा की स्टाफ की कमी है। जिला अस्पताल में मात्र दो ही सर्जन है। अगर एक सर्जन बाहर है तो दूसरा जिला अस्पताल में रहता है। और दोनों ही बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं ।
दूसरी तरफ नसबंदी ऑपरेशन के दौरान लापरवाही की दूसरी तस्वीर भी सामने आई है। जहां ऑपरेशन थियेटर की गैलरी से निकल कर एक आवारा कुत्ता वार्ड में घूमता नजर आया, लेकिन जब इस मामले को लेकर जिला अस्पताल प्रबंधन से बात की, तो उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी एजेंसी लगातार काम कर रही है अगर इस प्रकार की अनियमितताएं सामने आई है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व परिजनों ने कहा यह बड़ी लापरवाही है, की बिना डॉक्टर की उपस्थिति में इंजेक्शन दे दिए गए. इस दौरान किसी भी प्रकार की कोई घटना हो जाती है। तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ? घंटों इंतजार करने के बाद भी अभी तक महिला डॉक्टर नहीं पहुंची। सुबह से इंतजार में खड़े हुए हैं। अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
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