मालवा के नीमच जिले में कड़ाके की सर्दी से जनजीवन प्रभावित हो रहा। नीमच एवं आसपास के गांवों में चली शीतलहर से सुबह के समय खेतों में खड़ी फसलों पर बर्फ की चादर जमी दिखाई दी। किसानों को पाले के कारण फसलें खराब होने की चिंता सता रही है।
बीते दो दिनों से नीमच अंचल में पारा आधी रात बाद 3 डिग्री तक जा पहुंचा। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट के कारण ठंड बढ़ी है। ऐसे में नीमच के नजदीकी गांवों में किसानों ने अपने खेतों पर जाकर देखा तो फसलों पर ओंस की बूंदें जम चुकी थी, कई खेतों में बर्फीली परत बिछ गई।
किसानों का कहना है कि गेहूं, चना, धनिया आदि फसलों में शीतलहर के कारण काफी नुकसान हो रहा है। आगामी दिनों में यदि शीत का प्रकोप और बढ़ता है तो फसलें बर्बाद हो जाएंगी। इधर फसलों को शीतलहर से बचाने के लिए कृषि विभाग ने एडवाइजरी जारी की है।