इंडिया न्यूज़( पन्ना): पन्ना जिले में फिर एक बार वन विभाग का गुंडाराज देखने को मिला। कहते हैं कि मजदूर की मजदूरी पसीना सूखने के पहले ही उन्हें दे देनी चाहिए लेकिन वन विभाग के अधिकारी आज भी गरीब मजदूरों का शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण पन्ना में देखने को मिला।
जहाँ आज करीब 27 मजदूरों ने अपने छोटे-छोटे बच्चो को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर मात्र इसलिए डेरा डाल लिया क्योंकि वन विभाग द्वारा उनका पैसा नही दिया जा रहा है और मजदूर भूखों मरने को मजबूर हैं।
मजदूरों को करीब ढाई लाख रुपए मिलना बकाया
मामला दक्षिण वन मंडल पन्ना के इटवाकला चौकी अंतर्गत का है जहां रेंजर द्वारा कटनी जिले के मजदूरों से गड्ढे खुदवाये जिसका मजदूरों को मात्र 11 हजार रुपये ही खर्च दिया मजदूरों का कहना है कि उनका पूरे कार्य का करीब ढाई लाख रुपए मिलना बकाया है । बार-बार मांगने पर भी रेंजर के द्वारा पैसे नहीं दिए जा रहे हैं, जिस वजह से मजदूर और उनका परिवार भूखों मरने के लिए विवश हो गया है । मजदूरों का कहना है कि जब तक उन्हें भुगतान नहीं किया जाता है वह ऐसे ही कलेक्ट्रेट के बाहर खुले आसमान के नीचे पड़े रहेंगे।