इंदौर: मार्च से इंदौर से वाराणसी के लिए सीधी उड़ान शुरू होने वाली है। इस सीधी उड़ान से यात्रियों के साथ-साथ दोनों शहरों के पर्यटन में भी इजाफा होगा। इंदौर से वाराणसी हज़रों पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। दोनों ही शहर पर्यटकों को अपनी तरफ आक्रशीत करते हैं। इंदौर जहां स्वछता और फ़ूड के लिए लोकप्रिय है तो वाराणसी धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है
बता दे इस उड़ान का संचालन इंडिगो एयर लाइंस द्वारा किया जाएगा। खास बात यह है कि इसकी पहल इंदौर ने नहीं, बल्कि वाराणसी एयरपोर्ट डायरेक्टर अर्यमा सान्याल ने की है, जो पहले इंदौर एयरपोर्ट की डायरेक्टर रह चुकी हैं।
यात्रियों का ज्यादा समय और पैसा होता है खर्च
हाल ही में इंडिगो के अधिकारियों से सान्याल ने चर्चा करते हुए कहा कि वाराणसी से इंदौर के बीच प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं। यह संख्या अब दिनों दिन बढ़ती जा रही है। सीधी उड़ान ना होने के कारण दोनों ही शहरों के यात्रियों को दूसरे शहरों से होते हुए आना-जाना करना पड़ता है। इस वजह से यात्रियों का ज्यादा समय और पैसा खर्च होता है। इंडिगो सीधी उड़ान शुरू करना चाहता है जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिल पाएगी और इससे कंपनी को भी काफी फायदा होगा। वाराणसी एयरपोर्ट डायरेक्टर सान्याल ने बताया कि इंडिगो के अधिकारियों ने उनकी इस मांग को गंभीरता से लेते हुए मार्च अंत से लागू होने वाले समर शेड्यूल में इस फ्लाइट को शुरू करने की सहमति दी है। अब कंपनी तुरंत प्रक्रिया भी शुरू कर रही है।
यात्रियों को मिलेगी काफी सुविधा
सान्याल ने बताया कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग है, वहीं इंदौर के नजदीक उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर में ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग है। जिस तरह कुछ समय पहले वाराणासी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तैयार किया गया था, वहीं हाल ही में उज्जैन में भी महाकाल लोक तैयार किया गया है। इसके बाद से दोनों ही शहरों में धार्मिक पर्यटन में काफी बढ़ोतरी हुई है और पूरे देश से लोग यहां जा रहे हैं। इसे देखते हुए यह फ्लाइट प्रमुख ज्योतिर्लिंगों को जोडऩे वाली होगी, जिससे यात्रियों को भी काफी सुविधा मिलेगी। अभी इंदौर से उत्तर प्रदेश के बीच लखनऊ और प्रयागराज की फ्लाइट संचालित होती है। वाराणसी की फ्लाइट शुरू होने पर इंदौर से उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख शहरों का हवाई कनेक्शन बन जाएगा।