होम / Balaghat: शिक्षा के मंदिर में शराब का मयखाना, नशे में टल्ली होकर स्कूल पहुंचे प्रधानपाठक

Balaghat: शिक्षा के मंदिर में शराब का मयखाना, नशे में टल्ली होकर स्कूल पहुंचे प्रधानपाठक

• LAST UPDATED : January 23, 2023

बालाघाट: कहते है शिक्षक बच्चों का भाग्य विधाता होता है और शिक्षक ही बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं, लेकिन जब शिक्षक ही शराब के नशे में स्कूल पहुचने लगे तो बच्चों का भविष्य कौन गढ़ेगा। मध्यप्रदेश के बालघाट जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जहा एक शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुचा ।

शराब के नशे में धुत शिक्षक पर बच्चों व अतिथि शिक्षक के साथ अभद्र व्यव्हार करने का आरोप है। स्कूल मे 2 मुर्गा भी पाया गया है।

चिकन पार्टी के लिए प्रधान पाठक ने स्कूल में पाल रखे है मुर्गे

मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में सरकारी स्कूलों के हालात किसी से छिपे नहीं है। यहाँ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पदस्थ शिक्षक कभी स्कूल से नदारत रहते हैं तो कभी शराब पीकर ही स्कूल पहुच जाते हैं। बता दे शराब के नशे में रहने वाला प्रधानपाठक पन्नालाल ढोक है जो बालाघाट जिले की किरनापुर तहसील के कोसमदेही गाव की प्राथमिक शाला स्कूल में पदस्थ है। वैसे तो इनके कंधो पर स्कूल के बंच्चो का भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी है, लेकिन अफसोस ईन्होंने शिक्षा के मंदिर को ही शराब का मयखाना बना रखा है और चिकन पार्टी के लिए स्कूल में ही मुर्गे भी पाल रखे हैं।

शिक्षक पर लगे हैं बच्चों व अतिथि शिक्षक के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप

शिक्षक शराब के नशे में इस कदर धुत थे कि स्कूल से निकलकर सड़क पर भी तमाशा किया। जिनके पाव में ना तो चप्पल जूते थे और ना ही शरीर मे पहने पैंट की जीप लगाने का होश है। वही इन पर स्कूल में बच्चों व अतिथि शिक्षक के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप भी लगे है। जब मामले की सूचना ग्रामीणों को लगी तो सरपंच समेत कुछ लोग स्कूल पहुचे और प्रधान पाठक की करतूत देखकर दंग रह गए। जहा ग्रामीणों ने उनका विरोध किया तो ये प्रधान पाठक नंगे पैर ही भाग खड़े हुए और सड़क पर तमाशा करने लगे।