सागर: मकरोनिया थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 16 संत रविदास वार्ड में एक नाबालिग की शादी होने की सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन विशेष किशोर पुलिस इकाई व महिला बाल विकास टीम मौके पर पहुंच कर विवाह रोक दिया।। विवाह रोकने के लिए टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लड़की की उम्र 13 से 15 के बीच थी। बता दे विवाह के लिए हल्दी रस्म हो रही थी।
टीम के पहुंचने पर परिवार के लोग सख्ते में आ गए। टीम को देखकर वे नाराजगी व्यक्त करने लगे। खासकर लड़की के मामा अपने आप को मानव अधिकार आयोग महाराष्ट्र का सदस्य बताते हुए वधु के बालिग होने का तर्क देते रहे।
दस्तावेज दिखाने को लेकर डटी रहीं टीम
वहीं कार्रवाई के लिए पहुंची टीम वधु के आयु संबंधी दस्तावेज मांगती रही। परिवार के लोगों का कहना है कि उनकी बेटी बालिग हैं, उसके दस्तावेज यहां नहीं है। बेटी का जन्म सदर क्षेत्र में हुआ है। वहीं पुराने घर में सभी दस्तावेज रखे हैं। दो दिन में आ जाएंगे। विशेष किशोर इकाई की ज्योति तिवारी, महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर पूनम कबीरपंथी सहित अन्य टीम मौके पर ही दस्तावेज बुलाने पर डटी रहीं।
टीम ने आसपास के लोगों से भी की पूछताछ
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि बेटी का दस्तावेज मांगने के लिए वह करीब दो साल से इस घर के चक्कर लगा रही है, लेकिन यह लोग कोई न कोई तर्क या बहाना बनाकर लौटे देते हैं। टीम ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। उन्होंने भी अपनी बात रखी। वहीं इस वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बेटी नाबालिग है। उन्होंने स्वयं विवाह करने के लिए रोका था, लेकिन वे नहीं माने।