MP Poltices: मध्यप्रदेश के विधानसभा सत्र में रोजाना हांगामें की स्तिथी देखने को मिल रही है। इसी बीच कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार को सवालों के कटघंड़े में खड़े करते हुए नजर आ रही है।
जिस कड़ी में पहले जीतु पटवारी सत्ताधारी सरकार पर हमलावार हो रहे थे। पर अब चाचा-भतीजे की जोड़ी बीजेपी पर सवालों की छड़ी लगाती हुई नजर आई।
चाचा लक्ष्मण सिंह और भतीजे जयवर्धन सिंह दोनों ही कांग्रेस पार्टी से हैं। जिसके चलते सदन में चाचा लक्ष्मण सिंह ने बीजेपी सरकार को सवालों के चक्रव्यु में फसाया। तो वहीं दूसरी तरफ सदन के बाहर भतीजे जयवर्धन सिंह बीजेपी सरकार पर बरस गए। साल 2018 में चाचोड़ा से चुनाव जीतकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह विधानसभा पहुंचे थे।
दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह भी राघोगढ़ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कर विधायक बने। दो दिन पहले विधायक लक्ष्मण सिंह की टिप्पणी से सदन ठहाकों से गूंज उठा। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सदन में भाषण दे रहे थे। तभी कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भाषण के बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान से एक मिनट मांगा। मुख्यमंत्री के नहीं रुकने पर विधायक लक्ष्मण सिंह ने ‘शताब्दी एक्सप्रेस’ कहकर संबोधित किया। जिसके बाद लक्ष्मण सिंह की टिप्पणी से सदन में मौजूद लोग हसने लगा। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अमृतकाल की बार-बार बात की जा रही है। उन्होंने सवाल पूछा कि इंदौर में बैंकों का पैसा लौटाया नहीं जा रहा है। इंदौर में बने क्लब के सदस्य दो करोड़ की गाड़ी वाले हैं। उन्होंने कार्रवाई करने के लिए सरकार को सूची उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। लक्ष्मण सिंह के सवाल का मुख्यमंत्री ने जवाब नहीं दिया।
सदन के बाहर भतीजे जयवर्धन सिंह ने बीजेपी सरकार को घेर लिया। मीडिया से बात करते हुए विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने ऑन रिकॉर्ड स्वीकार किया है कि मध्य प्रदेश में 37 लाख युवा बेरोजगार हैं। शिवराज सरकार पिछले तीन साल में महज 21 युवाओं को ही सरकारी नौकरी दे पाई है और बीजेपी सरकार सपने एक लाख सरकारी नौकरियों के दिखा रही है।वविधायक जयवर्धन सिंह ने शिवराज सरकार को महु में हुई आदिवासी महिला की मृत्यु को लेकर भी घेरा। साथ ही उन्होंने गृहमंत्री से कि क्या पुलिस को फायरिंग के आदेश दिए गए थे। धरने राजनीतिक पार्टी और सामाजिक संगठन भी करते हैं। आखिर आदिवासी समुदाय के धरने से सरकार को क्या हो जाता है। गृहमंत्री जवाब दें कि पुलिस को फायरिंग करने का आदेश कहां से मिला। जयवर्धन सिंह ने बीजेपी सरकार को आदिवासी विरोधी मानसिकता की बताया।
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