मैं पढ़ना चाहती हूं मेरी शादी रुकवा दीजिए… एसपी साहब। प्लीज़ मेरी शादी रुकवा दीजिए… मैं पढ़ाई करना चाहती हूं, लेकिन लड़के वाले जबरन मेरे माता-पिता पर दबाव बनाकर मेरा ब्याह रचना चाहते है। यह गुहार एक कक्षा 12वीं में पढ़ाई करने वाली पीड़ित युवती ने पुलिस थाने में एसपी के नाम आवेदन देकर लगाई है। भले ही हम कहते हैं कि भारत देश का एक झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल्य होते हुए भी एक बेहतर कल की ओर बढ़ रहा है, लेकिन जबरन शादी अभी भी कई परिवारों और समाज को प्रभावित करती है।
दोनों के माता पिता ने जबरन करा दी थी सगाई
झाबुआ जिले के थांदला थाना क्षेत्र में ऐसा ही जबरन शादी करने की कोशिश का मामला सामने आया है। पीड़िता ने अपनी शादी रुकवाने के लिए एसपी के नाम पुलिस चौकी नोगांवा में आवेदन दिया है। ग्राम हत्यादेली की निवासी आशा डामोर ने गुहार लगाई। युवती का आरोप है कि वो वर्तमान में कक्षा 12वीं में पढ़ाई कर रही है और अभी उसकी परीक्षा चल रही है, लेकिन मोहन भूरिया निवासी अंतरवेलिया जबरन उसके माता पिता पर उसकी शादी के लिए दबाव बना रहे है। आशा का आरोप है कि दूल्हे की उम्र भी कम है, जिसके चलते कानूनी रूप से भी विवाह नहीं हो सकता। फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। दोनों के माता पिता ने जबरन सगाई करा दी थी।
दूल्हे के पक्ष वाले मारने की धमकी देकर घर से उठा ले जाने की दे रहे हैं धमकी
आवेदन में युवती ने बताया कि एक वर्ष पहले उसके और दूल्हे के माता पिता ने उसकी सगाई मोहन भूरिया के पुत्र से कर दी थी और शादी 2 साल बाद करना तय किया था, लेकिन अब वे सभी अभी ही शादी करने के लिए अड़े हुए है और मेरे माता पिता पर दबाव बना रहे है। उन्हें मना करने पर सामाजिक रिवाज के अनुसार दूल्हे के पक्ष वाले उनसे 3 लाख रुपए की मांग कर रहे है और जान से मारने की धमकी देकर उसे घर से उठा ले जाने की धमकी दे रहे है। उसकी मर्जी के खिलाफ उसका विवाह 28 मार्च को प्रारंभ होना तय कर दिया गया है, जो 2 अप्रैल को फेरे होना के साथ ही समाप्त हो जाएगा। इधर पेपर और उधर शादी में बैठना।
पेपर की तैयारी करे या शादी
बता दे कि अभी 12वी कक्षा की परीक्षा चल रही है और सभी विद्यार्थी अपने पेपर की तैयारी में लगे हुए है, लेकिन हत्यादेली की रहने वाली छात्रा आशा डामोर असमंजस में है कि पेपर की तैयारी करे या शादी करे। 28 से उसके लगन शुरू हो जाएंगे, ऐसे में वो पड़ाई कैसे कर पाएगी। एक और शासन से लेकर प्रशासन तक बालिकाओं को पढ़ाने के लिए तमाम तरह की योजना पर काम कर रहे है, वहीं दूसरी ओर इस तरह के मामले सामने आने के बाद सरकार की योजना और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान पर कुछ लोग पानी फेरते नजर आ रहे हैं। भारतीय कानूनों के अनुसार किसी से जबरन शादी करना गैरकानूनी है। ऐसे लोगों पर पुलिस और प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए