India News(इंडिया न्यूज़),Cheetah reintroduction in India,MP:भारत के प्रधानमंत्री 70 साल के बाद फिर से भारत में चीतों को बसाने की कोशिश में लगें हैं। पहली बार में नामीबिया और दूसरी बार में दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाया गया है। अब तक जितने भी चीते लाए गए हैं,उन्हें मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park)रखा गया था। प्रधानमंत्री एक बार फिर से चीतों को भारत लाने के प्रयास में लगें हैं। जिसे लेकर कहा जा रहा है कि अब चीतों का दूसरा घर राजस्थान के मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान (Mukundra National Park)को बनाया जा सकता है।
अब तक लाए गए 20 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park)में रखा गया था। जबकि यहां चीतों को रखने की क्षमता केवल 18 है। जिसके बाद यह बड़ा सवाल सामने आया कि अब अगर चीते लाए जातें हैं तो उन्हें कहां रखा जाएगा। हालांकि चीतों की शिफ्टिंग को लेकर केंद्र सरकार का फैसला ही आखिरी फैसला होता है। ऐसे में कहा जा रहा है कि लाए जाने वाले चीतों को अब राजस्थान के मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान और मंदसौर के गांधी सागर में रखा जाएगा। राजस्थान के मुकुंदरा में पर्याप्त व्यवस्थाएं कर ली गई है। वहीं गांधी सागर में तैयारी की जा रही है। साथ ही साथ कुछ चीतों को कूनो नेशनल पार्क से भी ट्रांसफर किए जाने की बात चल रही है।
चीता पुनर्स्थापना परियोजना के तहत हमारे देश में अबतक कुल 20 चीतों को लाया गया था। बता दें कि 12 चीते नामीबिया से और 8 चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। जिसमें से एक मादा चीता ” साशा” जिसे नामीबिया से लाया गया था उसकी मौत 26 मार्च को किडनी बीमारी से हो गई थी। वहीं बीते रविवार को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया एक चीता “उदय” की भी मौत हो गई है। अब कूनो में 22 चीते बचे हैं। जिसमें 4 शावक भी शामिल है।