India News (इंडिया न्यूज़), Khandwa news: बेरोजगारों से ठगी और धोखाधड़ी का नया मामला कुछ नया नहीं है। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से आया है। इस मामले में बड़ी बात सामने आई है कि ठग ने भारतीय रेलवे से जुड़े दस्तावेज भी इन्होंने तैयार किए थे। गैंग के पास से फर्जी कन्फर्मेशन लैटर, भारतीय रेलवे की सील, डीआरएम की सील, लैपटॉप, स्कैनर, एप्लिकेशन फॉर्म, अपॉइंटमेंट फॉर्म सहित अन्य सामान भी जब्त किया गया है।
इस गैंग में 3 लोगो शामिल थें जो भोलेभाले लोगों को अपना शिकार बनाते थें। हालांकि इस गैंग के 2 सदस्यों को पहले ही पकड़ा जा चुका है। जबकि तीसरे शातिर को खंडवा पुलिस प्रोटक्शन वारंट पर लाई है। इन्होंने खंडवा के आतिश से करीब 8.50 लाख रुपए की ठगी की थी। इस ठग समूह ने साल 2021 में खंडवा की एनवीडीए कॉलोनी के आतिश अशोक को ठगा था।
गैंग सदस्यों में संदीप दास और पारुल दास जेल में है। दोनों पति-पत्नी हैं। नीरज लंबे समय से फरार चल रहा था। जिसे आज गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अपना जुर्म भी कुबूला है। आपको बता दें कि इस गैंग के सदस्यों पर खंडवा सहित क्राइम ब्रांच भोपाल और बुरहानपुर में भी केस दर्ज है।
इस मामले के फरियादी आतिश का कहना है कि एक मित्र के माध्यम से वो ठग के संपर्क में आए थें। उन्होंने बतया कि मुझे इस गैंग के सदस्यों ने झांसे में लिया। मेरे से रुपए लेकर बकायदा मुझे एप्लिकेशन फॉर्म दिया। उसके बाद कन्फर्मेशन लैटर भी दिया। लेकिन मुझे जब नियुक्ति पत्र पर शक हुआ तो मैने इनसे रुपए लौटाने की मांग की। लेकिन इन्होंने मना कर दिया। जिसके बाद मैने पुलिस में शिकायत की थी।