India News (इंडिया न्यूज़), ganga jamuna school damoh controversy, भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने दमोह के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर हिंदू छात्राओं के हिजाब पहनाने के मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। जिसके चलते अब इस स्कूल को क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर मयंक अग्रवाल भी अब उलझन में पड़ गए है। बता दें कि सीएम शिवराज सिहं चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण ने जांच के लिए नए बिंदु निर्धारित करके कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है।
इस पूरे मामले में भोपाल से विधायक रामेश्वर शर्मा ने मांग की है कि गंगा जमुना स्कूल की आतंकी संगठन और PFI से कनेक्शन की जांच हो। इस मामले में क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर-कमिश्नर पर भी कार्रवाई की जाए।
बीजेपी विधायक ने कहा कि स्कूल की मान्यता रद्द की जानी चाहि। साथ ही FIR कर जिम्मेदारों को जेल भेजना चाहिए। अगर प्रदेश में ऐसे अन्य स्कूल है। तो उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए। हिंदुओं पर दबाव बनाने या लड़कियों को हिजाब पहनाने का अधिकार किसी को नहीं है।
दरअसल दमोह के स्कूल के गंगा जमुना का एक पोस्टर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें एमपी बोर्ड टॉपर छात्राओं की लिस्ट है। इस टॉपर्स में हिंदू नाम वाली बच्चियों को हिजाब पहनाया हुआ है। जिसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखनो को मिल रहा है। लेकिन इस मामले में बच्चियों के परिवार ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। वहीं वायरल पोस्टर की जांच के बाद जिला कलेक्टर के ऑफिशियल ट्वीटर पर जानकारी दी है कि वायरल पोस्टर मामला निराधार है और जांच में कोई दोषी नही पाया गया है।