India News (इंडिया न्यूज़), MP Politics, उज्जैन: उज्जैन में बीते दिनों आई आंधी- तुफान के कारण सप्त ऋषियों की 6 प्रतिमाएं प्रभावित हुई। जिसको लेकर राज्य में मुद्दा काफी गर्माया। इसी बीच एक वीडियो महादेव सीरियल का एडिट किया हुआ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसको लेकर प्रदेश की सत्ताधारी सरकार और साधुसंतो ने आपत्ति जताई है।
बता दें कि इस वीडियो में भगवान नारज मुनि कर रहे है किनारायण नारायण महाकाल लोक की ये दुर्दशा भोलेनाथ आपकी नगरी उज्जैन में जिस पर गुस्से में कहते हैं मैं ये जानता हूं। वहां क्या हो रहा है? जनता के रक्षक ही भक्षक बन रहे है। अब कमलनाथ को लाना होगा। बस इसी वीडियो को लेकर संत समाज व भाजपा नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई है। साथ ही कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए है।
पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक पारस जैन ने कहा कि मुझे लगता है वीडियो देख कर कांग्रेस की मति मारी गई है। एसी बातें करने से ना जनता गुमराह होगी, ना ही कांग्रेस पर कोई भरोसा करेगा। भगवान का नाम लेकर इस तरह प्रचार नहीं करना चाहिए। जनता के बीच जाकर बात रखनी चाहिए।
क्रांतिकारी संत अवधेशपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव और नारद जी का इस प्रकार से इसका सदुपयोग और दुरूपयोग हमारे धर्म और सनातन संस्कृति के विरुद्ध है। अगर भ्रष्टाचार का मामला है तो लोकायुक्त में आपके द्वारा शिकायत की गयी है। जांच चल रही है, पार्टी खुद आपकी जांच कर रही है। अगर वीडियो बनाना ही था तो हनुमान जी की प्रतिमा का केक कमलनाथ ने काटा तो धर्म का इस तरह मजाक मत उड़ाइए। अगर आप धर्म का प्रचार करना चाहते हैं तो अपने घोषणापत्र में इसका जिक्र करें।
वहीं इसको लेकर शैलेशानंदगिरी ने कहा कि राजनीति में हम गिरती हुई भाषा का स्तर देख रहे हैं। हमारे आराध्य देवों को भी राजनीति में घसिटा जा रहा है। जो कि उचित नहीं है। हमे इन सबसे दूर रहना चाहिए।
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