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छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र पर कांग्रेस का कब्जा, क्या इस बार खिलेगा कमल? जानें इसका राजनीतिक समीकरण

• LAST UPDATED : June 11, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), MP Chhindwara Seats, भोपाल: मध्यप्रदेश को इस वक्त चुनावी राज्य के रूप मे देखा जा रहा है। जिसके चलते प्रदेश के दोनों शक्तिशाली दल विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे है। इसी कड़ी में कांग्रेस के पीसीसी चीफ कमलनाथ आज छिंदवाड़ा के दौरे पर है। जहां वो पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने वाले है। साथ ही इस विधानसभा चुनाव को लेकर अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा करने वाले है।

बता दें कि छिंदवाड़ा सीट को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है, क्योंकि कमलनाथ इस जिले की लोकसभा सीट से 9 बार सांसद रह चुके है।

छिदवाड़ा की सीटों पर कांग्रेस का कब्जा

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिसे में 7 विधानसभा सीटें है। विशेष बात यह है कि इन सातों सिटों पर कांग्रेस का कब्जा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से एक भी सीट नहीं मिली थी।

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र 

बता दें कि छिंदवाड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। जिसके चलते हर साल की राजनीतिक दल आदिवासीयों को साधने में जुटे है। लेकिन छिंदवाड़ा की इस सियासी क्षेत्र पर ज्यादातर कांग्रेस काबीज रही है। कई दशकों से यहां कांग्रेस ने एक तरफा राज किया है। बीजेपी साल 2018 विधानसभा चुनाव में 7 विधानसभा सीटों में एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल कर पाई थी।

छिंदवाड़ा का वोटबैंक

छिंदवाड़ा की आबादी करीब 21 लाख है। यहां की करीब 75 फीसदी आबादी गांवों में रहती है। गांवों में आबादी अधिक होने के कारण सरकार लगातार छिंदवाड़ा में अपनी राजनीतिक जमीन बनाने की कोशिश कर रही है। छिंदवाड़ा में कई कंपनियां हैं। जो कमलनाथ की देन हैं।

गौरतलब है कि छिदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है, जहां 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस बार छिदवाड़ा विधानसभा सीटों के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है।

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