India News (इंडिया न्यूज़), Tantya mama: प्रदेश सरकार आदिवासी समाज को रिझाकर प्रदेश की सत्ता में चौथी बार काबिज होने का सपना देख रही है। साथ ही आदिवासी नायकों और समाजजनों को हर तरह से मनाने में लगी हुई है। लेकिन धार जिले में हाल ही में वन विभाग की जमीन पर लगाई गई आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी जननायक टंटया मामा की आदमकद प्रतिमा लगाने पर विवाद गर्मा गया है।
प्रतिमा लगाने पर वन विभाग धार की तरफ से आदिवासी समाजजनों को तलब कर लिया गया। इस कारण मंगलवार को बड़ी संख्या में आदिवासी समाजजन धार डीएफओ कार्यालय पहुंचे थें। यहां पर समाजजनों ने डीएफओ मयंक गुर्जर से मुलाकात की। इस पर डीएफओ ने बगैर अनुमति प्रतिमा लगाने पर आपत्ती लेते हुए जांच करवाने की बात कही है।
दरअसल जमीन वन विभाग की है। समाजजनों का कहना है कि यहां पर पहले से मंदिर है। जननायक टंटया मामा आदिवासी वर्ग के लिए आराध्य है इसलिए वहां पर उनकी प्रतिमा लगाई है। इसका ठहराव प्रस्ताव भी ग्राम सभा में पास किया गया है। 30 जुलाई को गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने प्रतिमा का लोकार्पण किया। इस कारण इसे राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। वन विभाग इस मामले में जांच की बात कहते हुए बचता नजर आ रहा है। वहीं आदिवासी समाज में रोष देखने को मिल रहा है।