India News (इंडिया न्यूज), Kamalnath-mahakal: सावन माह के छठे सोमवार पर शाम 4:00 बजे महाकाल मंदिर से बाबा महाकाल की सवारी निकाली गई। खास बात यह रही कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बाबा महाकाल की सवारी में शामिल हुए। इसके पहले उन्होंने नंदीहाल में बैठकर भगवान महाकाल का पूजन अर्चन किया और महाकाल के चरणों में एक पत्र अर्पित किया। पत्र के माध्यम से प्रार्थना की गई है कि भगवान महाकाल 50 फ़ीसदी कमीशन वाली सरकार का अंत करें ।
प्रदेश में भ्रष्टाचार की जननी सरकार से बाबा महाकाल मुक्ति दिलाए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया गया है कि मध्यप्रदेश में रोजाना कोई ना कोई घोटाला हो रहा है। जिसके शिकार आम लोग हो रहे हैं। घोटाले बाजों ने बाबा महाकाल तक को नहीं छोड़ा । प्रदेश सरकार चाह रही है कि तीन महीने बचे हैं जितना समेटना हो समेट लो। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार बनेगी तो पहली कैबिनेट महाकाल मंदिर में होगी। बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेंगे तभी आगे सरकार चलेगी।
प्रदेश सरकार द्वारा संविदा कर्मी, लाडली बहना, युवा और किसान के हित में चलाई जा रही योजना को लेकर कहा कि 18 साल बाद बहने याद आ रही है। संविदा कर्मी याद आ रहे हैं । किसान याद आ रहे हैं। तीन माह बचे हैं जितनी घोषणा करना हो कर दो। सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति करने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि हमारी भावनाएं हैं । 15 साल पहले छिंदवाड़ा में हनुमान मंदिर बनवाया था।
मैं महाकाल मंदिर जाऊं या पूजा-पाठ करूं। भाजपा के पेट में क्यों दर्द होता है। क्या उन्होंने धर्म की एजेंसी ले रखी है। वहीं राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा भाजपा समर्थकों को राक्षस कहने पर कहा कि किसी ने राक्षस नहीं कहा। सेंटेंस को कट करके दिखाया जा रहा है।
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