India News (इंडिया न्यूज़), Girjashankar Sharma resigns from BJP, नर्मदापुरम: मध्य प्रदेश में आम चुनाव से पहले बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की लापरवाही अब उजागर होने लगी है। अलगाववादी राजनीति का दौर जारी है। भारत की भारतीय जनता पार्टी से नाराज वरिष्ठ और कार्यकर्ता एक-एक करके पार्टी छोड़ रहे हैं और इस्तीफा दे रहे हैं। इसके अलावा नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में पूर्व सांसद गिर्यशंकर शर्मा और भाजपा सांसद के छोटे भाई डॉ। पूर्व स्पीकर सीतासरन शर्मा ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है।
पूर्व विधायक सितारा शर्मा ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता की। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। गिरिजाशंकर शर्मा 2003 और 2008 में बीजेपी विधायक थे।
शर्मा ने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि वह किस राजनीतिक दल में शामिल होंगे। वह डेढ़ महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री कमल नाथ के भोपाल स्थित आवास पर पहुंचे थे। लेकिन उस समय उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी। वहीं आप पार्टी ने भी मुझसे संपर्क किया,” गिलजा शंकर शर्मा ने कहा था। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे।
पूर्व सांसद गिरिजाशंकर शर्मा ने कहा कि पार्टी ने एक दशक से अधिक समय तक उनकी उपेक्षा की। संगठन में नए लोग तो आए, लेकिन पुराने लोगों का साथ हमेशा छूट गया। पुराने नेताओं से पूछताछ नहीं की जाती थी। अक्सर ऐसा महसूस होता है कि हमें संगठन से बात करने की जरूरत है, लेकिन संगठन के भीतर भी हमारी बात सुनने वाला कोई नहीं है।
गिरिजाशंकर शर्मा ने जना संगगु से अपना रिश्ता कायम रखा। वह बीजेपी के कद्दावर नेता थे। श्री शर्मा दो बार विधानसभा अध्यक्ष और दो बार सांसद रहे। वह भाजपा संगठन में जिला अध्यक्ष समेत कई पदों पर रह चुके हैं। गिरिजाशंकर शर्मा विधान सबा के पूर्व अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के बड़े भाई हैं। सीतासरन शर्मा पांच बार विधायक रह चुके हैं। शर्मा परिवार का नर्मदापुरम जिले की राजनीति में गहरा दखल है।
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