India News (इंडिया न्यूज़), Female voters: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में महज दो महीने का समय बचा है। सारी पार्टियां अपने मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दोनो महिला मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं। दोनों हीं खुद को अपनी बहनों का हितैषी बताने में लगे हैं।
अब महिलाओं को अपने वोट के माध्यम से बताना होगा कि उनका हितौषी भाई कौन है। मध्यप्रदेश में कुल 5 करोड़ 44 लाख 52 हजार 522 मतदाता हैं। जिसमें 2 करोड़ 62 लाख 49 हजार 578 महिला मतदाताओं का नाम है। यानि की मध्यप्रदेश में लगभग पचास प्रतिशत महिला मतदाता हैं। महिला मतदाता जिनका भी साथ देंगी उनकी जीत संभव है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला मतादाताओं को रिझाने के लिए कई घोषणाएं की हैं। जैसे की लाडली बहना योजना के माध्यम से महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए भेजना, शासकीय पदों पर भर्ती में महिलाओं को 35% आरक्षण देने का ऐलान किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने राखी के मौके पर महिलाओं के खाते में 250 रुपए भी भेंजे हैं। इसके अलावा सावन के महीने में रसोई गैस का सिलेंडर 450 रुपये किया गया।
साथ ही साथ सितम्बर में बढ़े हुए बिल शून्य किए जाने और उसके बाद गरीब बहनों का बिजली बिल मात्र 100 रुपये देने का वादा किया है। मुख्यमंत्री लगातार अपनी योजनाओं का प्रचार करने में लगे हैं। जिसके लिए आगामी 10 सितंबर को ग्वालियर-चंबल के एपिसेंटर ग्वालियर में लाडली बहना योजना का तीसरा मेगा इवेंट का आयोजन किया गया है।
वहीं मुख्यमंत्री के साथ-साथ कमलनाथ भी महिला मतदाताओं को साधने की कोशिश में लगे हैं। इसके लिए उन्होंने भी कई गारंटी दिया है। उन्होंने प्रदेश की बहनों से वादा किया है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी तो महंगाई कम होगी। साथ ही सिलेंडर का दाम 500 रुपया किया जाएगा। इसके अलावा आर्थिक मदद के रुप में महिलाओं को हर महिने 1500 रुपए दिया जाएगा।
वहीं बिजली बिल में 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ और 200 यूनिट तक बिजली बिल हाफ करने की गांरटी दी गई है। उन्होंने वादा किया है कि महिलाओं के साथ अत्याचार करने वालों को किसी भी किमत पर माफी नहीं मिलेगी और बहन-बेटियों के पढ़ाई के लिए भी खास इतंजाम किया जाएगा।
सारी पार्टी का रिझान महिला मतदाताओं के तरफ देख कर ये कहा जा सकता है कि किसी भी पार्टी की जीत के लिए महिला अहम भूमिका निभाती हैं। जिसके लिए सारी पार्टीयां अपनी ओर से महिला मतदाताओं को अपनी ओर खींचने में लगे है।
Also Read: उमा भारती के इस पत्र से मध्यप्रदेश की सियासत में मचा हलचल, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पत्र