India News (इंडिया न्यूज़), No Car Day, इंदौर: देश के सबसे साफ सुथरे शहर इंदौर ने आज एक बार फिर मिसाल कायम कि ही। जिसके चलते ट्रैफिक से परेशान इंदौर ने नो कार डे मनाया और शहर के अधिकांश प्रमुख लोग सड़कों पर पैदल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करते दिखे।
आम जनता ने भी इस अभियान को भरपूर समर्थन दिया और लोग कारों को घरों में छोड़कर कार्यालयों तक पहुंचे।
कलेक्टर इलैया राजा टी सिटी बस से और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ई-बाइक से कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी सुबह कार्यालय जाने के लिए अपने घर से पैदल निकले, और जीपीओ पहुंचे। यहां पर उन्होंने बस की टिकट ली और यहां से वे बस में सवार हुए। बस से भंवरकुआं पहुंचे और भंवरकुआं से वे सिटी बस में सवार होकर अपने कार्यालय आए।
इसी तरह अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी सायकिल,लोक परिवहन सेवा,दो पहिया वाहन आदि का उपयोग किया। हाईकोर्ट के जज भी दो पहिया वाहनों से या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के उपयोग से हाईकोर्ट पहुंचे।
देश के सबसे स्वच्छ शहर को अब स्वास्थ्य और पर्यावरण में भी नंबर वन बनाने की कवायद चल रही है। ट्रैफिक जाम शहर की सबसे बड़ी समस्या है और इससे निजाद पाने के लिए ही नो कार डे की पहल की गई है। इससे प्रदूषण भी कम होगा और पैदल चलने से लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
कलेक्टर, महापौर ने कहा कि इंदौर वायु गुणवत्ता स्तर में भी उच्च स्तर पर है और हमें इसे और भी बेहतर करना है। इसके लिए आवश्यक है कि हम सभी पर्यावरण संरक्षण के क्रम में वायु प्रदूषण को रोकने में सहयोग करें।
सभी विभागों ने भी अपने कर्मचारियों और अधिकारियों से कहा है कि वे एक दिन के लिए कार न चलाएं। यूनिवर्सिटी ने भी अपने शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने की सलाह दी।
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