होम / Navratri 2023: कब है शारदीय नवरात्रि की अष्टमी-नवमी ? जानें शुभ समय और तारीख

Navratri 2023: कब है शारदीय नवरात्रि की अष्टमी-नवमी ? जानें शुभ समय और तारीख

• LAST UPDATED : October 21, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। बता दें, इस साल 15 अक्टूबर से नवरात्रि 2023 का शुभारम्भ हो गया है। ऐसे में देशभर में मां दुर्गा के स्वागत की तैयारियां जोरो पर हैं। चारों तरफ इस पावन पर्व को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, पूजा-पाठ से अलग लोग गरबा और डांडिया नाइट को लेकर भी बेहद उत्साहित हैं।

नवरात्रि 2023 की अष्टमी कब है

अष्टमी तिथि पर देवी महागौरी की पूजा करने की परंपरा है। इस साल अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर को रात 09:53 बजे शुरू होगी और 22 अक्टूबर को शाम 07:58 बजे तक रहेगी। उदया तिथि मान्य होने के कारण अष्टमी तिथि 22 अक्टूबर 2023, रविवार को मनाई जाएगी। अष्टमी तिथि का कन्या पूजन शुभ समय: अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन के लिए कई शुभ मुहूर्त होते हैं। जिसमें से एक सुबह 07:51 बजे से 09:16 बजे तक रहेगा। फिर सुबह 09:16 बजे से 10:41 बजे तक और 10:41 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक रहेगा। कन्या पूजन का दूसरा शुभ समय दोपहर 01:30 बजे से 02:55 बजे तक है।

कब है नवमी 2023

नवमी तिथि मां सिद्धिदात्री को समर्पित है। इस वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 22 अक्टूबर 2023 को शाम 07:58 बजे से शुरू होगी और 23 अक्टूबर को शाम 05:44 बजे समाप्त होगी. उदया तिथि मान्य होने के कारण नवमी तिथि 23 अक्टूबर 2023, सोमवार को मनाई जाएगी। चंद्र ग्रहण के बाद राहु का मेष राशि में गोचर, ज्योतिषी ने मेष राशि पर राहु के गोचर का फल बताया है। नवमी का कन्या पूजन मुहूर्त: नवमी का कन्या पूजन मुहूर्त प्रातः 06:27 बजे से प्रातः 07:51 बजे तक रहेगा. इसके बाद शुभ समय सुबह 09:16 बजे से 10:41 बजे तक है। नवमी तिथि के अन्य कन्या पूजा मुहूर्त दोपहर 01:30 बजे से 02:55 बजे तक, दोपहर 02:55 बजे से 04:19 बजे तक और शाम 04:19 बजे से 05:44 बजे तक हैं।

शारदीय नवरात्रि व्रत 2023 पारण समय

24 अक्टूबर 2023 को सुबह 06 बजकर 27 मिनट के बाद नवरात्रि व्रत खोला जाएगा. हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार व्रत नवमी तिथि समाप्त होने के बाद दशमी तिथि को ही खोलना चाहिए।

Read more: Shardiya Navratri 2023: सातवे दिन करें माता कालरात्रि को प्रसन्न, जानें पूजन विधि और मंत्र

Devotion: शनिदेव को कैसे करें प्रसन्न, दूर करें अपने दुख-दर्द, जानें कैसे