करवा चौथ की थाली में
मिट्टी का करवा
आटे से बना दीपक
कलश
छलनी
फूल
अक्षत
कुमकुम
मिठाई
कांस की सींक का महत्व
करवा चौथ में भगवान शिव और मां गौरी और गणेश जी की पूजा क जाती है। मिट्टी के करवा, जिसमें टोटी लगी होती है, उसे गणेश जी की सूंड माना जाता है। पूजा के दौरान करवा में जल भरकर पूजन किया जाता है। करवा चौथ की पूजा में चंद्रोदय के बाद महिलाएं छलनी में दीपक रख चंद्रमा के दर्शन करने के पश्चात अपने पति का चेहरा देखती है। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से नेगेटिविटी दूर होती है और पति-पत्नी का रिश्ता बहुत मजबूत होता है। कांस की सींक शक्ति का प्रतीक है, जिसे करवा की टोटी में डाला जाता है।
पूजा की सामग्री
मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन, पान, कांस की सींक, कलश, 8 पूरियों की अठावरी, अक्षत, चंदन, श्रृंगार का सामान, पीली मिट्टी, फूल, हल्दी, लकड़ी का आसान, देसी घी,कच्चा, दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, मौली, मिठाई, चलनी।
Also Read:Karwa Chauth Puja Mantra: करवा चौथ की पूजा इन खास 7 मंत्रों से करें, मिलेगा व्रत का पूरा फल