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Blockage in Nerves Treatment: कम उम्र में नसें हो रहीं हैं ब्लॉक? इन संकेतों से पहचानें, जानें बचाव के उपाय

• LAST UPDATED : December 9, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), Blockage in Nerves Treatment: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी से शरीर को कई परेशानियां होने लगी हैं। इसका सबसे बड़ा कारण अस्वस्थ जीवनशैली और खान-पान है। इस दौर में इंसान का खाने से लेकर सोने और जागने तक का शेड्यूल बिगड़ गया है। इसके अलावा, धूम्रपान जैसी आदतें उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालती हैं। वैसे तो इस अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ती हैं, लेकिन नसों में रुकावट उनमें से एक है।

युवा भी इसकी चपेट में (Blockage in nerves treatment)

दरअसल, नसों में ब्लॉकेज की समस्या कभी बुजुर्गों में ज्यादा देखी जाती थी, लेकिन आज युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। नसों में ब्लॉकेज होने से शरीर के कामकाज में रुकावट आती है, जिससे कई अंगों में दिक्कत होने लगती है। हालांकि, ब्लॉकेज का सबसे ज्यादा असर दिल से जुड़ी नसों पर पड़ता है।

बंद नसों को खोलने के आयुर्वेदिक उपाय?

कच्चा लहसुन खाएं

लहसुन का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। विशेषकर धमनियों और शिराओं के स्वास्थ्य के लिए। दरअसल, लहसुन के नियमित सेवन से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसके लिए नियमित रूप से सुबह के समय 2-3 कच्चे लहसुन की कलियां खाएं। ऐसा करने से न सिर्फ ब्लॉकेज की समस्या दूर होगी।

हल्दी का सेवन

हल्दी का सेवन सेहत और फिटनेस के लिए फायदेमंद माना जाता है। खासतौर पर नसों के ब्लॉकेज को खोलने और दर्द को कम करने में। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और खून भी पतला होता है। खून को पतला करने से नसों में रक्त संचार का प्रवाह बेहतर हो जाता है। रोज रात को सोने से पहले इसका सेवन करें, दूध में थोड़ी सी हल्दी उबालकर पी लें। ऐसा करने से आपकी बंद नसें खुल जाएंगी और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाएगी।

बंद नसों को इन लक्षणों से पहचानें

घुटनों के नीचे दर्द और सूजन महसूस होना

  • ठंडे हाथ और पैर
  • नीली नसें
  • नसों में खुजली
  • नसों में भारीपन

नसों में ब्लॉकेज का कारण?

  • पोषक तत्वों की कमी
  • बढ़ती उम्र
  • बिगड़ा हुआ रक्त संचार
  • खून का गाढ़ा होना
  • घंटों तक लगातार काम करना
  • डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और मोटापा होना

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