India News(इंडिया न्यूज़),Symptoms of Lungs Disease: हमारे शरीर को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन बेहद जरूरी है। ऑक्सीजन के लिए लंग्स पहला प्रवेश द्वार है। ऐसे मौसम में सबसे ज्यादा असर फेफड़े पर ही पड़ता है। वैसे आमतौर पर इस महीने में जब किसी को खांसी, सर्दी लगती है तो लोग सोचते हैं कि यह मामूली परेशानी है। लेकिन ज्यादा दिन तक समस्या रहे तो इससे हमारे फेफड़ो को भी नुकसान हो सकता है। लेकिन यह ज्यादा दिनों तक परेशान करने लगे तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. क्योंकि ये संकेत फेफड़े के कमजोर होने या खराब होने के संकेत भी हो सकते
ऑक्सीजन को लंग्स की दीवार में सटे असंख्य खून की नलियां खींच लेती है और इसे शरीर के अंग-अंग में पहुंचा देती है। साथ ही लंग्स का सबसे बड़ा काम बीमारियां से भी बचाना है। सूक्ष्म जीव मुंह से जंग लड़कर लंग्स में पहुंचता है, लंग्स में में मौजूद म्यूकोसिलयरी क्लीयरेंस इसे मार देता है। लंग्स शरीर में PH बैलेंस करता है। फेफड़े का हमारे शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण है। आपको बताते है कि लंग्स खराब होने के लक्षणों के बारे में..
अमेरिकन लंग्स एसोसिएशन के अनुसार यदि लगातार आपके सीने में भारीपन महसूस हो रहा है। यह 8 हफ्ते तक बंद न हो तो यह क्रोनिक कफ है। क्रोनिक कफ लंग्स के खराब होने या कमजोर होने का पहला संकेत है। इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें।
अगर आपको कई दिनों तक सांस लेने में समस्या आ रही हो और सांस फूलने लगे तो यह भी लंग्स खराब होने के संकेत हो सकते है। इसलिए सांस लेने में परेशानी या आपका दम फूलने लगे तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें।
अगर आपको सांस लेने में घरघराहट या शोर हो तो इसका मतलब है कि कुछ गलत चीजें आपके फेफड़ों के वायुमार्ग में बाधा पहुंचा रहे है। अगर ऐसा होता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए।
ये बात अधिकतर सब जानते है कि खांसी के साथ अगर खून आए तो कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है। इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें।
छाती में कभी-कभी दर्द हो ही जाता है लेकिन यदि यह एक महीने या उससे अधिक दिनों तक हो, तो यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। इन सभी स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ये भी पढ़ें :