India News(इंडिया न्यूज़),Datia News: अयोध्या में रामलला का राम मंदिर बनने से लोगों में काफी उत्साह है। हर कोई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर जाने के लिए आतुर है, लेकिन निमंत्रण कुछ लोगों को ही मिला है। मौनी बाबा के रूप में दतिया के एक संत ने 1980 में एक प्रण लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता मैं अन्न ग्रहण नहीं करूंगा, मौन व्रत धारण किए 40 साल हो चुके। अब राम मंदिर बन गया तो मौनी बाबा अपना व्रत तोड़ना चाहते हैं लेकिन उन्हें आयोध्या से बुलावा नही आया।
दतिया के मशहुर संत ने 44 साल से अन्न नही खाया है। तब से नंगे पैर चलते हैं और जब कोई उनसे कुछ पूछता है तो ये स्लेट पर लिख कर जवाब देते है। उन्होंने 1980 में प्रण ले लिया था कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर नहीं बन जाता राम मंदिर में रामलला विराजमान नही हो जाते है। अन्न ग्रहण नहीं करूंगा, तब से अब 44 साल से फल खाकर रह रहे है। इसके बाद 4 साल इन्होंने एक और संकल्प ले लिया। 1984 में इन्होंने राम मंदिर बनने तक चप्पल पहनना भी छोड़ दिया और ऐलान किया कि मंदिर बनने तक मौन व्रत रखूंगा।
राम मंदिर के लिए 44 साल से अन्न को त्याग दिया। वह नंगे पैर चलना और मौन व्रत रखना साधारण त्याग नहीं है। उनका त्याग बताता है कि भगवान राम के प्रति उनकी आस्था और प्रेम कितना है।
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