India News(इंडिया न्यूज़), MP News: मध्य प्रदेश में वन्यजीवों का शिकार रोकने और जंगलों में अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए वन विभाग एक अलग तरीके से काम करेगा। वन विभाग की टीम अब जादू-टोना व टोटका करने वाले के साथ मिलकर काम करेगी। उनके साथ समन्वय बनाकर यह सुनिश्चित करना होगा कि वन्यजीवों के अंगों के टोना-टोटके में उपयोग की भ्रांतियों को दूर कर लोगों को वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में भी मदद करेंगे।
DFO को दिए ये निर्देश
साथ ही वन विभाग ने बताया कि ऐसे लोगों की पहुंच अधिकतर गांवों तक होती है। ये लगातार घूमते रहते है जिस वजह से इनके पास अधिक जानकारी रहती है। वाइल्ड लाइफ, मध्य प्रदेश के वार्डन असीम श्रीवास्तव ने इस संबंध में सभी DFO को आदेश जारी किए है। साथ ही उन्होंने कहा है कि जादू-टोना करने वालों को भी जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि वे आमलोगों को वन्यजीवों के शिकार को रोकने में मदद करें।
शिकार की घटनाओं पर लगे रोक
आदेश में कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघ कारिडोर को सुदृढ़ करने, महावत के खाली पद को भरने और कोर जोन की 15 समितियों व बफर जोन की 150 समितियों में स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम शुरू करने के लिए कहा है। साथ ही बता दें कि वनों में पेंगोलिन की उपस्थिति अधिक हो गई है और इनके शिकार की अधिक घटनाएं हो रही है।
निर्देश के मुताबिक वनों में घूमने वाले चरवाहों को भी सिस्टम में शामिल कर सूचना तंत्र विकसित करना होगा। विशेषज्ञ के माध्यम से गांव वालों को जागरूक किया जाएगा, जिससे पेंगोलिन एवं अन्य वन्यप्राणियों की सुरक्षा हो सके।
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