India News (इंडिया न्यूज़),Somvar Vrat Katha: सोमवार के दिन भोलेनाथ की पूजा -अर्चना की जाती है। ऐसे में इस दिन व्रत के क्या नियम है। इस दिन पूजा विधि क्या है। आज के दिन कौन सी कथा सुननी चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम यहीं जानेंगे।
सोमवार के दिन भोले बाबा की पूजा की जाती है। हिन्दू धर्म के अनुसार, यदि आप भगवान शिव को खुश करना चाहते हैं , तो खास विशेष पूजा करने की विधि जरूर अपनाएं। भगवान शिव को भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है । भोले होने की वजह से वो भक्तों की जल्दी सुनते है। यदि आप भी शिव की भक्ति और कृपा पाना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन भगवान शिव के नाम का व्रत रख सकते है। जरूरी नहीं सोमवार का व्रत रखने के लिए आप सावन के सोमवार का आने का इंतजार करें।
एक बार की बात है। एक नगर में एक साहूकार रहता था। उसके घर में धनों को भंडार था, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी। जिसके कारण वो हमेशा दुखी रहता था। संतान प्राप्ति के लिए वो हर सोमवार शिव के दिन व्रत रखता था और पूजा अर्चना करता। पूरी श्रद्धा के साथ शिव मंदिर जाकर पूजा करता था। एक दिन उसकी पूजा भक्ती देख कर भगवान शिव प्रसन्न हो गए।
भगवान शिव ने साहूकार की इच्छा पूरी करने का वरदान दिया। पार्वती जी के कहने पर भगवान शिव ने साहूकार को संतान का वरदान दे दिया। लेकिन भगवान शिव ने साहूकार से कहा कि उसकी संतान 12 साल तक ही केवल जीवित रहेगी । जब साहूकार का संतान 12 साल का हो गया था उसकी चिंता बढ़ गई थी लेकिन उसने कभी भी भगवान शिव का कोई भी दिन नहीं छोड़ा हर सोमवार के दिन उसने साहूकार की अराधना की।
जिसके बाद भगवानशिव फिर से प्रसन्न हो गए। जिसके बाद भगवान ने उससे खुश होकर फिर साहूकार को मनचाहा वरदान दिया। इच्छा में साहूकार ने अपने बच्चे की उम्र मांग ली। जिसे भगवान ने पूरा कर दिया था। ये भगवान शिव जैसे आपने साहूकार के बच्चे की उम्र बढ़ाई ऐसे ही हर माता पिता के बच्चों की उम्र लंबी रखना। हर-हर महादेव
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