India News(इंडिया न्यूज़),Bhopal Aiims: कैंसर एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी से साल भर लाखों लोगों की मौत होती है। कैंसर से हमारे शरीर का कोई भी आरगन खराब हो जाता है। कैंसर होने से हमारी शरीर के के किसी किसी अंग की कोशिकाएं खराब होकर असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और यह मौत का कारण बन जाती है। किसी मरीज में जब कैंसर का पहली बार मिलता है। यह पूछा जाता है कि मरीज कौन से स्टेज में है। अगर कैंसर का पता पहले या दूसरे स्टेजपर चलता है तो इसके इलाज की संभावनाएं अधिक हो जाती है।
आपको बता दें कि तीसरे और चौथे स्टेज पर पहुंच जाने पर हालत बहुत गंभीर हो जाते है। खासतौर से यह माना जाता है कि उनके जिंदा रहने के लिए बहुत कम समय बचा है। वह एक वर्ष तक जिंदा रह पाएंगे, लेकिन एम्स भोपाल में कैंसर के दो पीड़ितों ने तो चौथे चरण के कैंसर से इम्यूनोथैरेपी से इलाज के बाद उबर गए है। पहला मामला 60 साल के बुर्जुग का है, जो स्टेज 4 फेफड़ों के कैंसर और मस्तिष्क मेटास्टेसिस से पीड़ित थे। दूसरे मामले में 65सल साल के बुर्जुग को स्टेज 4 ग्रासनली कैंसर था। इन दोनों मरीजों को इम्यूनोथैरेपी से इलाज किया गया है।