India News (इंडिया न्यूज़),MP News: मध्य प्रदेश की राजीव गांधी टेक्निकल यूनिवर्सिटी में करोड़ों का घोटाला किया गया है। इस मामले में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। 19.48 करोड़ रुपये निजी बैंक खाते में भेजने और 25-25 करोड़ की चार एफडी आरबीएल निजी बैंक में फर्जी दस्तावेज के साथ अन्य बातें सामने आई है।
इस मामले में सीएम ने जांच के आदेश दिए है। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. सुनील कुमार, निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा, लाभार्थी मयंक कुमार और दलित संघ सोहागपुर और चार अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। सीएम यादव से उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार उनसे मिलने पहुंचे और आरजीपीवी मामले की पूरी जानकारी दी।
सीएम ने यूनिवर्सिटी के वित्त शाखा के सभी अधिकारियों को हटाकर उच्च स्तरीय समिति से जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद थाने में केस दर्ज किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता 2 दिन से कैंपस में करोड़ों के घोटाले के मामले में कार्रवाई करने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
एक निजी बैंक की पिपरिया शाखा में यूनिवर्सिटी के 100 करोड़ रुपये की एफडी बनवाकर जमा की गई है जिस आरबीएल के ब्रांच में रुपये जमा किए गए हैं, वह बैंक की बहुत छोटी ब्रांच है लेकिन यूनिवर्सिटी के कुलपति और तत्कालीन रजिस्ट्रार ने बैंक के फर्जी स्टेटमेंट तैयार करवाकर बैंक को फायदा पहुंचाने के लिए विवि की राशि के 25-25 करोड़ की चार एफडी बनवाकर पिपरिया शाखा में जमा कराई।
सीएम यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ट्वीट कर कहा कि ‘मेरे संज्ञान में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय में चल रही आर्थिक अनियमितता का प्रकरण सामने आया है। मैंने त्वरित एफआईआर और विश्वविद्यालय की वित्त शाखा में पदस्थ सभी अधिकारियों को हटाकर उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में दोषी पाए जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
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