India News(इंडिया न्यूज़), Cigar smoking: ब्रिटेन में सिगरेट और सिगार पीने वाले लोगों की संख्या पिछले 10 सालों में पांच गुना बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस वजह से धूम्रपान से संबंधित कैंसर जैसे मुंह और फेफड़ों के कैंसर में बढ़ोतरी हो सकती है। निकोटीन एंड टोबैको रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ब्रिटेन में पिछले साल सिगरेट और सिगार के करीब 772,800 यूजर थे, जबकि 2013 में यह संख्या 151,200 थी। ब्रिटेन में इनका यूज करने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। ये आंकड़े यूसीएल शिक्षाविदों के शोध पर आधारित हैं, जिन्होंने 2013 और 2023 के बीच लोगों की धूम्रपान की आदतों का सर्वे किया था।
रिसर्च में पाया गया कि गैर-सिगरेट तम्बाकू के उपयोग में सबसे ज्यादा वृद्धि युवा में हुई है, 18 साल के 3% बच्चे इसका इस्तेमाल करते है। जबकि 65 साल के 1.1% लोग इसका उपयोग करते हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि यह पुरुषों और वर्तमान वेपर्स के बीच ज्यादा फेमस है। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, 20 से 80 मिनट तक शीश पाइप पीने वाला व्यक्ति 100 से ज्यादा सिगरेट पीने वाले व्यक्ति के बराबर ही धुआं अंदर ले सकता है। साथ ही चैरिटी ने कहा कि तंबाकू मुक्त शीशा अभी भी धुएं से खतरनाक जहरीला पदार्थ पैदा करता है। जो व्यक्ति के शरीर में लंग्स कैंसर का कारण बन सकता है।
अध्ययन में यह पाया गया है कि मई 2020 में मेन्थॉल सिगरेट पर बैन में सिगार, शीशा पाइप को शामिल नहीं किया गया था। इसका मतलब यह हो सकता है कि जो लोग टेस्ट पसंद करते थे, उन्होंने शीशा पाइप और सिगार की ओर रुख किया है। ब्रिटेन में हर साल कैंसर के 54,300 मामलों का सीधा संबंध तंबाकू से है। सिगार और शीशा में भी तंबाकू होता है।
कैंसर रिसर्च यूके डॉ. इयान वॉकर ने कहा कि ब्रिटेन में तंबाकू के वजह से पांच मिनट में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। इन मौतों के पीछे बड़ी वजह कैंसर है। इस तरह के शोध से यह पता चलता है कि धूम्रपान का मुद्दा सिर्फ सिगरेट के बारे में नहीं है। सभी तंबाकू उत्पाद हानिकारक हैं और कैंसर का कारण बनते हैं, भले ही वह सिगार और शीशा पाइप ही क्यों न हो।
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