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Maha Shivratri 2024: महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को क्यों लगाया जाता है ठंडाई का भोग, जानें 

• LAST UPDATED : March 7, 2024

India News(इंडिया न्यूज़),Maha Shivratri 2024: पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इस साल यह तिथि 08 मार्च को पड़ रही है। महाशिवरात्रि का पवित्र त्यौहार भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि के खास दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद फूल, चंदन, गंगाजल आदि से भगवान शिव की पूजा करते हैं। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो भोलेनाथ को बहुत पसंद हैं। महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को ये चीजें अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।

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क्यों लगाते है ठंडाई का भोग? (Maha Shivratri 2024)

महाशिवरात्रि के दिन भक्तों को भोले बाबा को ठंडाई का भोग अवश्य लगाना चाहिए। भगवान को अर्पित की जाने वाली ठंडाई में भांग मिलाई जाती है, क्योंकि भांग भगवान शिव को प्रिय है। ठंडाई का भोग लगाने से महादेव प्रसन्न होते हैं। समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से चौदह प्रकार के रत्न निकले जिनमें कालकूट विष भी शामिल था। कालकूट विष से पृथ्वी संकट में थी। तब भोलेनाथ ने विष पी लिया। विष के सेवन से भगवान शिव के शरीर में जलन होने लगी, इसलिए देवताओं ने उनके शरीर की जलन को कम करने के लिए भोलेनाथ को ठंडी चीजें खिलाईं। जिसके बाद ठंडाई ने ही उन्हें ठंडक प्रदान की और भोलेनाथ को जलन से राहत मिली। यही कारण है कि महाशिवरात्रि पर विशेष रूप से ठंडाई बनाकर भोलेनाथ को अर्पित की जाती है।

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

ठंडाई औषधीय गुणों से भरपूर है। ठंडाई में इस्तेमाल होने वाले तरबूज के बीज, काजू, बादाम, दूध, पिस्ता, इलायची, केसर जैसी सामग्री में औषधीय गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। ठंडाई शरीर को ठंडा रखने, पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है। खास बात यह है कि महाशिवरात्रि वसंत ऋतु की शुरुआत में आती है, जब मौसम गर्म होने लगता है। इसके गुण शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं।

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