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Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस को इंदौर में लगा बड़ा झटका! इन नेताओं ने थामा BJP का  दामन

• LAST UPDATED : March 15, 2024

India News MP (इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। चुनावी सरगर्मी के बीच माहौल गर्म हुआ है। कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने का सिलसिला तेज हो गया है। आज इंदौर के दो बड़े नेता, जिनका कांग्रेस में अच्छा प्रभाव माना जाता है, बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। इनमें पहला बड़ा नाम इंदौर के कांग्रेस नेता पंकज संघवी का है, जबकि दूसरा नाम अंतर सिंह दरबार का है।

5 बार लड़ चुके चुनाव

अंतर सिंह दरबार इंदौर जिले की महू तहसील से कांग्रेस से चुनाव लड़ते रहे हैं। कांग्रेस नेता अंतर सिंह दरबार महू विधानसभा सीट से पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। कांग्रेस नेताओं का अपनी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस में फूट के चलते लोकसभा चुनाव में नुकसान होना तय माना जा रहा है।

अंतर सिंह कैलाश विजयवर्गीय से चुनाव हार गए थे

बता दें कि अंतर सिंह दरबार पांच बार महू से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। दरबार ने 1998 और 2003 में विधानसभा चुनाव जीता था। वह 2008 और 2013 का विधानसभा चुनाव भाजपा उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय से हार गए थे। वहीं 2018 में बीजेपी प्रत्याशी उषा ठाकुर ने दरबार को हराया था। इस बीच 2023 के विधानसभा चुनाव में जब दरबार को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और फिर हार गए। बीजेपी की उषा ठाकुर ने उन्हें लगातार दूसरी बार हराया, लेकिन दरबार कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर दूसरे स्थान पर रहे. दरबार काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे।

संघवी ने 1983 में जीता पहला चुनाव 

पंकज सांघवी की बात करें तो सांघवी का गुजराती समाज में काफी प्रभाव है। इनका नंबर पांचवी विधानसभा में काफी प्रभाव रखता है। यह कहा जा रहा है कि सांघवी जीतू पटवारी से नाराज हैं। पंकज संघवी ने 1983 में पहली बार पार्षद का चुनाव जीता। इसके बाद 1998 में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दिया। इसमें वह सुमित्रा महाजन से 49 हजार 852 वोटों से चुनाव हार गये थे. इस चुनाव में सुमित्रा को 440047 और पंकज को 390195 वोट मिले.

इंदौर के मेयर का लड़ चुके चुनाव 

बता दें कि दिसंबर 2009 में उन्होंने इंदौर के मेयर का चुनाव लड़ा और बीजेपी के कृष्णमुरारी मोघे से करीब 4 हजार वोटों से हार गए। 2013 में वह इंदौर विधानसभा सीट क्रमांक पांच से करीब 12 हजार 500 वोटों से विधानसभा चुनाव हार गये थे। इसके बाद पिछले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने पंकज संघवी को लोकसभा टिकट दिया था, लेकिन वह बीजेपी उम्मीदवार शंकर लालवानी से चुनाव हार गए थे।

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