वो भारत का शेर जवान जिसने 90 हजार पाकिस्तानी को धूल चटा दी

1971 मेें भारत-पाकिस्तान की लड़ाई को कैसे भूल सकते है।

पाकिस्तान के वो लोग जो आज बांग्लादेश में चैन की सांस ले रहे है।

इस जंग में भारतीय सेना और उसके अफसरों का अहम योगदान था। उन्हीं में से एक थे लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के बारे में बताएंगे।

जनरल मानेकशॉ ने जगजीत सिंह अरोड़ा के बारे में कहा था कि असली काम तो जगजीत सिंह ने किया था

उन्होंने ही पाकिस्तान के जनरल नियाजी को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया था, जिसके साथ 90,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने हार स्वीकार कर ली थी और अपने हथियार डाल दिए थे।

इस ऑपरेशन का नेतृत्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा को सौंपा गया था।

लेफ्टिनेंट ने नई रणनीति बनाकर पाकिस्तान को कराबा जवाब दिया। युद्ध में भारत आगे बढ़ने लगा और पाकिस्तान को एक-एक करके कई मोर्चों पर पीछे हटना पड़ा

वहां के तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल आमिर अब्दुल्लाह खान नियाजी ने अपने कदम पीछे खींच लिए और पाकिस्तान सरेंडर के लिए तैयार हो गया।