पाकिस्तान में चलता है इस हिंदू लड़की का हुक्म

पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की हालत बेहद खराब है। इन्हें सरकारी नौकरियों में उच्च पद नहीं मिलता है। लेकिन 4 साल पहले वहां एक चमत्कार हुआ।

पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण और धर्मांतरण आम बात है। वहां पहली बार कोई हिंदू लड़की प्रशासनिक अधिकारी बनी।

डॉ. सना रामचंद ने साल 2020 में पाकिस्तान सेंट्रल सुपीरियर सर्विस (CSS) परीक्षा पास की, जो भारत की UPSC परीक्षा के समान है।

इसके साथ ही डॉ. सना 73 साल में पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (PAS) में चयनित होने वाली पहली हिंदू लड़की बन गईं। यह भारत के IAS के बराबर है।

28 साल की सना रामचंद PAS ट्रेनिंग के बाद फरवरी 2023 में अटॉक जिले की हसन अब्देल तहसील की असिस्टेंट कमिश्नर बनी हैं।

ये पहली बार नहीं है जब सना ने कमाल किया है। इससे पहले उन्होंने साल 2017 में सिंध लोक सेवा आयोग की परीक्षा भी पास की थी।

सना पाकिस्तान के सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले के एक छोटे से कस्बे चक निवासी रामचंद गुलवानी और सलोचना गुलवानी की सबसे बड़ी बेटी हैं।

3 नवंबर 1993 को जन्मी सना ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई के बाद 2016 में बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से MBBS की डिग्री हासिल की।

कराची सिविल हॉस्पिटल से ट्रेनिंग के बाद सना CSS परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ शिकारपुर में अपना क्लिनिक भी चला रही थीं।