India News MP(इंडिया न्यूज़), Vitamin D Deficiency: देश में विटामिन डी की कमी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। एक नए सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि भारत में हर तीसरा व्यक्ति विटामिन डी की कमी से जूझ रहा है। टाटा समूह द्वारा किए गए इस सर्वेक्षण में पाया गया कि देश में चार में से तीन लोग विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हैं।
खान-पान और लाइफस्टाइल
गड़बड़ खानपान और बिगड़ी लाइफस्टाइल के साथ-साथ धूप में कम समय बिताना इसके प्रमुख कारण हैं। सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है, लेकिन शहरी इलाकों में लोग घरों में ही बंद होकर रहते हैं और धूप का सेवन नहीं कर पाते।
फास्ट फूड (Vitamin D Deficiency)
वहीं, फास्ट फूड की बढ़ती लोकप्रियता भी इस समस्या को और बढ़ा रही है। लोग विटामिन डी युक्त भोजन से दूर हो रहे हैं, जिससे विटामिन की कमी और गंभीर हो जाती है। विटामिन डी की कमी से थकान, पैरों में सूजन, मांसपेशियों में कमजोरी और प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
दिनचर्या में बदलाव
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समस्या से निपटने के लिए लोगों को अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना होगा। धूप में समय बिताना, संतुलित आहार लेना और विटामिन डी की पूरक गोलियां लेना जरूरी है। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इससे भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अतः यह आंकड़े चिंता की बात हैं और इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को लोगों को विटामिन डी की आवश्यकता और इसके स्रोतों के बारे में जागरूक करना होगा। केवल इसी तरह इस भयावह स्थिति से निपटा जा सकता है।
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