नई दिल्ली। इस सप्ताह नेपाल के एक रैकेटियर को नकली भारतीय मुद्रा नोटों (FICN) की बरामदगी से जुड़े एक मामले में लगभग आठ साल की संलिप्तता के बाद पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा जांच की जा रही है।
नेपाल के बारा जिले के सिमरौनगढ़ क्षेत्र के हरिहरपुर के रहने वाले अबी मोहम्मद अंसार को बुधवार को यहां की एक एनआईए की विशेष अदालत ने उच्च गुणवत्ता वाली नकली नकली नोट की जब्ती से जुड़े एक मामले में पांच साल के सश्रम कारावास और 2,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई।
एनआईए ने कहा कि अंसार को 18 अप्रैल, 2014 को आईजीआई हवाई अड्डे से राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा 1,000 रुपये मूल्यवर्ग के उच्च गुणवत्ता वाले एफआईसीएन के साथ 49,88,000 रुपये के अंकित मूल्य के साथ पकड़ा गया था, जिसे फिर से पंजीकृत किया गया था।
एनआईए ने 2 जनवरी, 2015 को दो आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ मामले में आरोप पत्र दायर किया, और बाद में, 23 नवंबर, 2017 को तीन आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया गया।
इससे पहले, इस साल 4 अप्रैल को, एनआईए की विशेष अदालत, नई दिल्ली ने मामले में एक आरोपी को दोषी ठहराया था।
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