दिल की बीमारी और अचानक होने वाली मौत से बचाती है ये दवा!
स्टेटिन थेरेपी 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों में दिल की बीमारी के जोखिम को कम करती है।
ये दवाएं एंजाइम HMG-CoA रिडक्टेस को रोकती हैं। जो लीवर में कोलेस्ट्रॉल के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाता है।
यह स्टैटिन दवा बुढ़ापे में दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों को नियंत्रित करने का काम करती है।
वे आमतौर पर सीवीडी के उपचार और रोकथाम दोनों के लिए निर्धारित किए जाते हैं।
जो उन्हें आधुनिक हृदय संबंधी चिकित्सा का एक अभिन्न अंग बनाता है।
एक शोध में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वयस्क रोगी शामिल थे, जिन्हें पहले से कोई सी.वी.डी. नहीं था।
रिपोर्ट में मिले आंकड़ों के अनुसार, स्टैटिन थेरेपी शुरू करने से सी.वी.डी. द्वारा होने वाली मृत्यु दर में कमी आई।