हो जाएंगे अंधे! अगर स्मार्टफोन चलाते समय कर रहे हैं ये गलती
लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से आंखों में थकान हो सकती है, जिससे सिरदर्द, धुंधला दिखाई देना, सूखी आंखें और गर्दन-कंधे में दर्द हो सकता है।
फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन को कम कर सकती है, जिससे नींद की समस्या हो सकती है। इससे आंखों को भी नुकसान हो सकता है।
लगातार फोन की स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने से हम कम पलकें झपकाते हैं, जिससे सूखी आंखें बढ़ सकती हैं।
बच्चों और युवाओं में फोन का अत्यधिक उपयोग मोतियाबिंद के जोखिम को बढ़ा सकता है, क्योंकि इससे आंखों का आकार बदल सकता है।
फोन की स्क्रीन से चमक और प्रतिबिंब आंखों को परेशान कर सकते हैं, खासकर जब जगह पर अधिक रोशनी हो।
कमरे में या कम नमी वाली जगहों पर फोन का इस्तेमाल करने से सूखी आंखों का खतरा बढ़ सकता है।
फोन का अत्यधिक उपयोग करने से आंखों को लंबे समय तक स्क्रीन पर अधिक काम करना पड़ता है, जिससे आंखों में थकान और परेशानी हो सकती है।