India News MP (इंडिया न्यूज़), MP News: मध्य प्रदेश में प्रशासन की चूक के एक चौंकाने वाला मामले सामने आया है। प्रदेश के रीवा जिले में मृत घोषित एक व्यक्ति को यह साबित करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा कि वह जीवित है। मझियारी गांव में रहने वाले जगदीश कुशवाहा 2021 से हाथ में ‘मैं जिंदा हूं साहब’ की बैनर लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। सरकारी दफ्तरों के उनके पिछले दौरे से कोई नतीजा नहीं निकलने पर उन्होंने यह हरकत की।
बताया गया कि कुशवाह जब 2021 में अपनी वृद्धावस्था पेंशन के लिए नगर परिषद कार्यालय गए तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। कार्यालय में तैनात कर्मचारी ने उन्हें बताया कि चूंकि वह “मृत” हैं, इसलिए वह पेंशन के हकदार नहीं हैं। तब से वह “जिंदा वापस आने” के लिए दर-दर भटक रहा है। विडंबना यह है कि जगदीश कुशवाह ने लोकसभा चुनाव में अपना वोट डाला है। उनकी पत्नी ने पूछा, “अगर मेरे पति मर गए हैं तो उन्होंने वोट कैसे डाला?” खुद को जिंदा साबित करने की कुशवाहा की कोशिशों का अब तक कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला है। यह, ग्रामीण के पास अपने जीवन प्रमाण पत्र के प्रमाण के रूप में सभी आवश्यक दस्तावेज होने के बावजूद है।
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हालांकि मामला सामने आने के बाद प्रशासन को गलती का एहसास हुआ है। विभाग ने अधिकारियों को उनके आवास पर भेजा है और नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें कागज पर फिर से ‘जीवित’ करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि उन्हें सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके।
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