India News MP (इंडिया न्यूज़), Religious Conversion: जिले के अमलीपाड़ा गांव में धर्मांतरण का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। गांव के एक मकान, जिसे चर्च बताया जा रहा है, में प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी, जिसके माध्यम से ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें प्रार्थना के बहाने ब्रेनवॉश कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ शुरू कर दी है। डीडी नगर थाना टीआई रविंद्र डंडोतिया ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की गहराई से जांच की जा रही है। आरोपी की कॉल रिकॉर्डिंग की भी जांच की जा रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के खेत में बने एक बड़े हॉल में इलाज के नाम पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. इस हॉल को विशेष धार्मिक प्रतीकों से सजाया गया था, जहां करीब 60 से अधिक ग्रामीणों को लालच देकर धर्म विशेष अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री गौरव शर्मा ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस और परिषद के सदस्य मौके पर पहुंचे और देखा कि बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं और पुरुष प्रार्थना में जुटे हुए थे।
मौके पर मौजूद लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि उसका ब्रेनवॉश किया गया है. उनका कहना है कि कई जगहों पर अपनी बीमारी का इलाज कराने के बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली, लेकिन चर्च में प्रार्थना करने से सारी बीमारियां ठीक हो गईं। पुलिस ने चर्च संचालक प्रभु मचार को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. चर्च के अंदर ईसाई धर्म से जुड़ी तस्वीरें और बाइबिल भी मिलीं।
पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ जारी है। इस घटना ने गांव में हड़कंप मचा दिया है और ग्रामीणों में भय का माहौल है।
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