अगर आप भी बारिश के दिनों में योनि संक्रमण से गुज़रती हैं, तो थोड़ी सी लापरवाही आपको दर्द और परेशानी दे सकती है।
कपड़ों में नमी होने की वजह से जांघ में घर्षण बढ़ जाता है, जिससे त्वचा में संक्रमण, रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
जितना हो सके, बारिश के मौसम में स्किन टाइट जींस और टाइट लोअर, शॉर्ट्स पहनने से बचना चाहिए।
बहुत टाइट कपड़े नमी बढ़ाते हैं, हवा का प्रवाह कम करते हैं और पसीना बढ़ाते हैं। पीरियड्स के दौरान हर 4 घंटे में अपने सैनिटरी पैड को बदले।
जबकि सूखे सूती कपड़े न केवल वायु संचार को बेहतर बनाते हैं बल्कि त्वचा की जलन को कम करने में भी मदद करते हैं।
बढ़ी हुई नमी योनि के पीएच स्तर को कम करती है, जिससे किसी भी महिला को विशेष रूप से फंगल संक्रमण होने का खतरा होता है।
किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए, योनि को दिन में कम से कम दो बार पानी से धोएं और इसे सूखा रखें।
प्राइवेट पार्ट को सूखा रखने की कोशिश करें और केमिकल वाले वेट वाइप्स का इस्तेमाल करने से बचें।