चाणक्य नीति इंसान के जीवन में बहुत सारे बातों को परिवर्तित करता है।
इस नीति में दो ऐसे श्लोक है जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। "आयु: क्षयी दिवा निद्रा" और न दिवा स्वप्नं कुर्यात्।
पहले श्लोक का मतलब है की दिन में सोना नहीं चाहिए।
दिन में सोने से पेट की बीमारी, शारीरिक रूप से हानि और भी कई समस्याएं होती हैं।
उन्होंने कहा कई ऐसी बीमारियां है जो केवल दिन में सोने से होती है।
दूसरे श्लोक का मतलब है कि दिन में सोने से इंसान की उम्र कम होती है।
सरल भाषा में कहे तो जब इंसान दिन में सोता है तो सांसे तेज हो जाती है।
दिन में सोना मतलब जीवन को नष्ट करने वाला होता है।