इंडिया न्यूज़, Madhya Pardesh News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में बुदनी और उज्जैन में मेडिकल कालेज खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। साथ ही मुख्यमंत्री का स्वेच्छानुदान अब प्रति वर्ष 200 करोड़ रुपये होगा। विधायकों का स्वेच्छानुदान की अब 15 रुपये की जगह 50 लाख रुपये प्रति वर्ष होगा। कैबिनेट में भोपाल में नेशनल फारेंसिक यूनिवर्सिटी खोलने के लिए प्रस्तावित भूमि के आवंटन को भी स्वीकृति दी गई है।
दो साल पहले 19 मई 2021 को उज्जैन में जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शहर में शासकीय मेडिकल कालेज खोले जाने की वर्षों पुरानी मांग को मंजूरी प्रदान की थी। हालांकि कालेज की संबद्धता और स्थान को लेकर बहस छिड़ गई थी। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षाविद् और भाजपा से जुड़े नेता व विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों का तर्क है कि विश्वविद्यालय से ही कालेज को संबद्धता प्राप्त होना चाहिए। इधर, जिला प्रशासन ने कालेज भवन बनाने को चरक अस्पताल के नजदीक खाली पड़ी 400 करोड़ रुपये की जीनिंग फैक्ट्री वाली 4.934 हेक्टेयर जमीन भी आरक्षित कर रखी है।
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