इंडिया न्यूज़, Ayushman Yojana Scam in MP: भोपाल में आयुष्मान योजना में निजी अस्पतालों द्वारा किया जा रहा एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। शहर के डीआईजी बंगला क्षेत्र में स्थित गुरुआशीष अस्पताल ने फर्जी मरीजों के आधार पर आयुष्मान योजना से करीब 4.5 करोड़ का क्लेम ले लिया। यह वे मरीज थे जो अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुए।
पिछले महीने योजना का संचालन करने वाली स्टेट हेल्थ एजेंसी (एसएचए) की तरफ से चिकित्सकों की टीम भेजकर प्रदेश भर के कुछ अस्पतालों की जांच की गई थी। इसमें यह अस्पताल भी शामिल था। मंगलवार को एसएचए ने अस्पताल पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई। इसके साथ ही सीएमएचओ द्वारा अस्पताल को नोटिस जारी कर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की प्रक्रिया की जाएगी।
आयुष्मान भारत योजना के सीईओ अनुराग चौधरी ने बताया कि एसएचए ने गड़बड़ी करने वाले प्रदेश के सभी 28 अस्पतालों को 15 जून को नोटिस जारी किया था। इनमें अभी तक सिर्फ सात अस्पतालों ने ही जवाब दिया है। सभी का जवाब आने के बाद योजना से निलंबित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
महीने भर पहले वैष्णव अस्पताल में भी बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। इस पर एफआइआर के बाद अस्पताल के संचालक डा. विवेक परिहार को गिरफ्तार किया गया था। यह गड़बड़ी उजागर होने के बाद ही प्रदेश के विभिन्न जिलों के 47 निजी चिकित्सालयों की जांच चिकित्सकों के 20 दल बनाकर की गई थी। इनमें 28 अस्पतालों में गड़बड़ी मिली थी। बड़ी बात यह है कि इनमें भोपाल के 15 अस्पताल शामिल हैं।
अस्पताल ने बीते कुछ महीनों में ऐसे मरीजों के क्लेम प्रस्तुत किए जो अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुए। अस्पताल द्वारा इन क्लेम को फेंटम बिल नाम दिया गया था। जांच के बाद सामने आया कि अस्पताल प्रबंधन ने कुल 1655 फर्जी मरीजों के फर्जी दस्तावेज जमा कर आयुष्मान योजना से 45195565 रुपए का क्लेम ले लिया। एसएचए ने इसे धोखाधड़ी मानते हुए अस्पताल संचालक डॉ. संदीप दुबे पर एफआईआर दर्ज कराई गई।
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