India News(इंडिया न्यूज़), MP News: यूपी में नवनिर्मित राम मंदिर बना हुआ है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। रामलला के दर्शन करने के लिए पैदल जाते समय एक 21 साल इंजीनियरिंग छात्र की मौत हो गई थी। इंदौर में देवांश जोशी के ऑर्गन से दो लोगों को न जिंदगी मिली है। विदिशा जिले में 28 फरवरी को हुए एक्सीडेंट में देवांश जोशी के सिर में गंभीर चोटें आईं थी। घायल को इंदौर के अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
डॉक्टर संजय दीक्षित ने बताया कि उनके परिवार की सहमति से उनका लीवर और एक किडनी दो मरीजों में ट्रांसप्लांट किया गया। साथ ही कहा कि जोशी एक किडनी के साथ पैदा हुए थे और उनका हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में पिछले नौ साल के दौरान ब्रेन डेड 53 मरीजों का अंगदान हो चुका है। इंदौर सोसायटी फॉर ऑर्गन डोनेशन से जुड़े मुस्कान ग्रुप के सेवादार जीतू बगानी ने बताया कि यह 53वां ग्रीन कॉरिडोर है।
इंदौर में 21 साल के देवांश को शुक्रवार सुबह डॉक्टर्स ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद उसके परिजनों ने अंगदान करने का फैसला लिया है। परिजनों का कहना है कि मेरे बेटे के अंग से किसी की नई जिंदगी मिलेगी। डॉक्टर ने बताया कि देवांश जोशी को जन्म से ही शरीर में एक किडनी थी, जो बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती 42 साल की महिला मरीज को प्रत्यारोपित की गई, जबकि लीवर चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती मरीज को प्रत्यारोपित की गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल 5 लाख भारतीय मुनासिब डोनर नहीं मिलने से अंग प्रत्यारोपण के इंतजार में दम तोड़ देते हैं।
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