India News (इंडिया न्यूज़),Honey Trap: मध्यप्रदेश के गोविंदपुरा में हनी ट्रैप (Honey Trap Racket) की चलने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसकी जांच पुलिस विभाग (Police department) द्वारा की जा रही थी। इस जांच में सामने आया है कि जिस अधिकारी को इस मामले में जांच करने का आदेश आया था। वो अधिकारी खुद ही इस रैकेट(Racket) का लिडर निकला है। अभी इस मामले में डीसीपी (DCP) जोन 2 श्रद्धा तिवारी द्वारा दोनों पुलिस, एसआई (SI) मुकेश स्थापक और हवलदार (Constable) बृजेंद्र दाहिमा को सस्पेंड कर दिया गया है।
हनी ट्रैप का मतलब होता है सोची समझी साजिश करना। हनी ट्रैप करके लोग किसी से सच्चाई निकलवातें हैं। साथ ही साथ इसका इस्तेमाल व्यक्तिगत जानकारी निकालने के लिए की जाती है। इसमें कोई भी इंसान सामने वाले लोग को अनैतिक व अवैधानिक शारीरिक संबंध बनाकर उसे डराता और धमकाता है। इसके बाद इस बात को छिपाने के लिए पैसे का भी डिमांड किया जाता है। अगर कोई पैसे देनें से इंकार कर दें तो निजी फोटो को वायरल करने की धमकी देंते हैं।
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