India News MP (इंडिया न्यूज), Nursing Scam: मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों में भ्रष्टाचार की जांच करने वाले ही एक केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है। यह मामला प्रदेश की नर्सिंग शिक्षा व्यवस्था की बेहद शर्मनाक स्थिति को उजागर करता है।
10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
CBI इंस्पेक्टर राहुल राज को रंगे हाथों 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। उन पर मलय नर्सिंग कॉलेज की चेयरपर्सन और प्रिंसिपल से जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने के लिए धनराशि मांगने का आरोप है। इस घोटाले में दलाल सचिन जैन भी गिरफ्तार किया गया है।
कॉलेज के अधिकारियों से रिश्वत की मांग की थी
जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर राहुल राज ने कॉलेज के अधिकारियों से रिश्वत की मांग की थी, ताकि उनके खिलाफ जांच रिपोर्ट को प्रभावित किया जा सके। जब कॉलेज अधिकारी सहमत हो गए, तो सीबीआई ने रंगे हाथों रिश्वत लेते इंस्पेक्टर को पकड़ लिया। इसके अलावा, कॉलेज चेयरपर्सन, प्रिंसिपल और दलाल को भी हिरासत में लिया गया है।
कानून का रक्षक ही निकला भक्षक
इस पूरे मामले में सीबीआई इंस्पेक्टर की भूमिका सबसे अधिक शर्मनाक है। वही व्यक्ति जिसे कानून के रखवाले के रूप में न्याय दिलाने का दायित्व सौंपा गया था, वही रिश्वत लेने लगा। यह न केवल उसके पद का अपमान है बल्कि देश की जांच एजेंसियों पर भी एक बड़ा धब्बा है।
भ्रष्टाचार पर प्रकाश (Nursing Scam)
इस घटना ने मध्य प्रदेश के नर्सिंग शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी प्रकाश डाला है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं और देश का भावी नर्सिंग कैडर कितना कुशल होगा
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