India News(इंडिया न्यूज), 12 Jyotirlinga: हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व है। यह भगवान शिव के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक हैं। ज्योतिर्लिंग का शाब्दिक अर्थ ‘ज्योति का लिंग’ होता है, जो भगवान शिव की दिव्य ज्योति को प्रतिष्ठित करता है। भारत में प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंग हैं जिनका संबंध भोलेनाथ से है। कहा गया है कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से भक्तों के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं।
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं, जिन्हें शिव पुराण में महत्वपूर्ण रूप से वर्णित किया गया है। ये ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की पूजा में विशेष महत्व रखते हैं। यहाँ, आपको भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों की जानकारी देते है।
केदारनाथ: उत्तराखंड राज्य के केदारनाथ मंदिर में स्थित है। अप्रैल माह में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलते हैं और नवंबर के महीने में मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं। धार्मिक मान्यता के साथ-साथ यह मंदिर अपने आप में अद्भुत है।
काशी विश्वनाथ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी नगर में स्थित है। इसे विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। काशी विश्वनाथ हिन्दू आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र है।
सोमनाथ: गुजरात राज्य के प्रभास पट्टनमें स्थित है। सोमनाथ 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह में स्थित है। इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण स्वयं चन्द्र देव ने किया था।
मल्लिकार्जुन: आंध्र प्रदेश राज्य के श्रीशैलम नामक स्थान पर स्थित है। इस ज्योर्तिलिंग को दक्षिण का कैलाश भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म ग्रंथो में इस ज्योतिर्लिंग की महिमा का वर्णन भी किया गया है। यह मंदिर बहुत पुराना है जो एक ऊंचे पत्थर से निर्मित चारदीवारी के मध्य में स्थित है।
महाकालेश्वर: मध्य प्रदेश के उज्जैन नगर में स्थित है। महाकालेश्वर में कुंभ मेले का आयोजन होता है। 12 ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का एक विशेष महत्व है। महाकाल के बारे में कहा जाता है कि यह पृथ्वी का एक मात्र मान्य शिवलिंग है।
त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग: त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है।
वैद्यनाथ: ज्यान्त, देवघर या वैद्यनाथ के नाम से जाना जाता है, झारखंड राज्य के देवघर जिले में स्थित है। इस जगह को लोग बाबा बैजनाथ धाम के नाम से भी जानते हैं। कहते हैं कि भोलेनाथ यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं, इसलिए इस शिवलिंग को ‘कामना लिंग’ भी कहते हैं।
रामेश्वरम: तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है। यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है। उत्तर में जितना महत्व काशी का है, उतना ही महत्व दक्षिण में रामेश्वरम का भी है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग: जर्नी, गुजरात, भारत में स्थित है। सावन के महीने में इस प्राचीन नागेश्वर शिव मंदिर में स्थापित शिवलिंगों की एक साथ पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है
भीमाशंकर: महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले के खेडा तालुका में स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। ओंकारेश्वर या ॐकारेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है।
घृष्णेश्वर: महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर जिले के वेरुळ नामक स्थान पर स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में आखिरी माना जाता है।
ये 12 ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की पूजा में बहुत महत्वपूर्ण हैं और हिन्दू धर्म में बहुत उच्च मान्यता प्राप्त है।
Also read: Pradosh Vrat 2023: महाकाल बनाएंगे मालामाल, ऐसे करें महादेव का प्रदोष व्रत